उत्तराखंड के शक्तिपीठ और सिद्धपीठ Shaktipeeths and Siddhpeeths of Uttarakhand

🌸 उत्तराखंड के शक्तिपीठ और सिद्धपीठ
Shaktipeeths and Siddhpeeths of Uttarakhand

परिचय | Introduction
उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यहाँ अनेक शक्तिपीठ और सिद्धपीठ स्थित हैं। ये मंदिर केवल पूजा स्थल नहीं हैं, बल्कि लाखों भक्तों की आस्था और शक्ति का केंद्र भी हैं।
Uttarakhand, known as Devbhoomi (Land of the Gods), is home to several powerful Shaktipeeths and Siddhpeeths that are revered by devotees across India.

Dharidevi
Dhari Devi

🔱 प्रमुख शक्तिपीठ | Major Shaktipeeths

1. सुरकंडा देवी मंदिर (Surkanda Devi Temple)

  • स्थान: कद्दूखाल, टिहरी गढ़वाल
  • मान्यता: माता सती का सिर यहाँ गिरा था।
  • विशेष: समुद्र तल से 2756 मीटर ऊँचाई पर स्थित।
  • Goddess Sati's head is believed to have fallen here.

2. चंद्रबदनी देवी मंदिर (Chandrabadni Devi Temple)

  • स्थान: टिहरी गढ़वाल
  • मान्यता: देवी का धड़ यहाँ गिरा था।
  • विशेष: यहाँ कोई मूर्ति नहीं है, केवल पिंडी रूप में पूजा होती है।
  • Torso of Sati is believed to have fallen here.

3. कुन्ती पर्वत देवी (Kunjapuri Devi Temple)

  • स्थान: ऋषिकेश के पास
  • मान्यता: माता सती के स्तन का भाग यहाँ गिरा।
  • विशेष: हिमालय दर्शन और सूर्योदय के लिए प्रसिद्ध स्थान।
  • Known for divine sunrise and panoramic Himalayan views.

4. कालिंका देवी (Kalinka Devi Temple)

  • स्थान: पौड़ी गढ़वाल
  • महत्त्व: युद्ध देवी के रूप में पूजित।
  • Worshipped as a fierce warrior form of Goddess Kali.

5. धारी देवी (Dhari Devi Temple)

  • स्थान: श्रीनगर, अलकनंदा नदी के तट पर
  • महत्त्व: उत्तराखंड की रक्षक देवी।
  • विशेष: प्रतिमा का ऊपरी भाग यहाँ और निचला भाग काशी में है।
  • Considered the guardian deity of Uttarakhand.

6. अदिबद्री देवी (Adibadri Devi Temple)

  • स्थान: चमोली
  • महत्त्व: शक्ति की उपासना का प्राचीन केंद्र।
  • One of the oldest sites of Goddess worship in Uttarakhand.

7. नैना देवी मंदिर (Naina Devi Temple)

  • स्थान: नैनीताल
  • मान्यता: माता सती की आँखें यहाँ गिरी थीं।
  • विशेष: नैनी झील के किनारे स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ।
  • Eyes of Sati are believed to have fallen here, beside the sacred Naini Lake.

🔱 सिद्धपीठ | Siddhpeeths of Uttarakhand

1. मनसा देवी (Mansa Devi, Haridwar)

हरिद्वार की पहाड़ी पर स्थित, यह मंदिर श्रद्धालुओं की मनोकामनाएँ पूर्ण करने के लिए प्रसिद्ध है।
Fulfills the wishes of devotees, located atop Bilwa Parvat in Haridwar.

2. माया देवी (Maya Devi, Haridwar)

हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी। यह मंदिर सिद्धपीठों में गिना जाता है।
One of the Shaktipeeths where Sati’s navel is believed to have fallen.

3. शाकुंभरी देवी (Shakumbhari Devi)

माँ दुर्गा का एक रूप, यह मंदिर सहारनपुर सीमा के निकट स्थित है और देवी को भोजन प्रदान करने वाली माता के रूप में पूजा जाता है।
Worshipped as Goddess of nourishment, revered by both locals and pilgrims.


📍 सभी शक्तिपीठ एक नजर में | Shaktipeeths at a Glance

शक्तिपीठस्थानविशेष
सुरकंडा देवीटिहरीसिर गिरा
चंद्रबदनीटिहरीधड़ गिरा
कुन्ती पर्वतऋषिकेशस्तन गिरा
धारी देवीश्रीनगररक्षक देवी
नैना देवीनैनीतालआँखें गिरी
कालिंका देवीपौड़ीयुद्ध देवी
माया देवीहरिद्वारनाभि गिरी
मनसा देवीहरिद्वारमनोकामना पूर्ण

🌺 श्रद्धा का संदेश | Message of Devotion

इन शक्तिपीठों का दर्शन केवल धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि आत्मा की शुद्धि और आंतरिक शक्ति के जागरण का मार्ग भी है।
These temples are not just sites of pilgrimage, but gateways to inner strength and divine awakening.


📌 FAQs – उत्तराखंड शक्तिपीठों से जुड़े प्रश्न

  • Q1: उत्तराखंड में कितने शक्तिपीठ हैं?
    Ans: लगभग 7-8 प्रमुख शक्तिपीठ हैं जिनकी पौराणिक मान्यता है।
  • Q2: क्या ये मंदिर नवरात्र में खुले रहते हैं?
    Ans: हाँ, विशेष पूजा और मेले का आयोजन होता है।
  • Q3: सबसे ऊँचाई पर स्थित शक्तिपीठ कौन सा है?
    Ans: सुरकंडा देवी।
  • Q4: क्या सभी मंदिरों में मूर्तियाँ हैं?
    Ans: नहीं, कुछ जगहों पर पिंडी रूप में पूजा होती है।
  • Q5: धारी देवी को क्यों रक्षक देवी कहा जाता है?
    Ans: राज्य की सुरक्षा से जुड़ी लोक मान्यता के कारण।
  • Q6: क्या ट्रैकिंग करनी पड़ती है?
    Ans: हाँ, कुछ मंदिरों तक पैदल मार्ग है।
  • Q7: क्या विदेशी श्रद्धालु जा सकते हैं?
    Ans: हाँ, सभी के लिए मंदिर खुले रहते हैं।
  • Q8: क्या मंदिरों के पास रुकने की व्यवस्था है?
    Ans: हाँ, धर्मशालाएं और होटल उपलब्ध हैं।
  • Q9: क्या यहाँ विशेष मेले लगते हैं?
    Ans: हाँ, नवरात्र और अन्य त्योहारों पर।
  • Q10: क्या सभी 51 शक्तिपीठों में से कुछ यहीं हैं?
    Ans: हाँ, जैसे माया देवी और नैना देवी।

🔗 और पढ़ें: केदारनाथ यात्रा गाइड यहाँ पढ़ें

Post a Comment

Previous Next

نموذج الاتصال